Demontec kaloni
डेमोनटेक कालोनी की भूतिया कहानी
यह कहानी एक ऐसी कालोनी की है, जिसे "डेमोनटेक कालोनी" के नाम से जाना जाता है। यह कालोनी शहर के बाहर एक सुनसान इलाके में स्थित थी। कुछ साल पहले, यह कालोनी एक शहरी इलाके की तरह व्यस्त हुआ करती थी, जहाँ लोग अपने परिवार के साथ रहते थे। लेकिन आज यह कालोनी पूरी तरह से वीरान और खौ़फनाक बन चुकी है। लोगों का कहना है कि यह कालोनी शापित है, और यहाँ कुछ ऐसी घटनाएँ घटती हैं, जिनका कोई सामान्य कारण नहीं है।
कुछ साल पहले, एक युवा जोड़ा, अरविंद और सिमा, अपने नए घर की तलाश में थे। जब उन्हें डेमोनटेक कालोनी में एक सस्ता और सुंदर घर मिला, तो उन्होंने बिना सोचे समझे उस घर को खरीद लिया। वे उत्साहित थे, लेकिन जैसे ही उन्होंने घर में कदम रखा, कुछ अजीब सा महसूस हुआ। घर में घुसते ही उन्हें एक अजीब सी ठंडी हवा का झोंका महसूस हुआ और कमरे की दीवारों पर एक गहरी दरारें दिखने लगीं।
शुरुआत में दोनों ने इसे नज़रअंदाज कर दिया, लेकिन जल्द ही अजीब घटनाएँ होने लगीं। रात के समय घर के अंदर से अजीब आवाजें आने लगीं, जैसे किसी के पैरों की आवाज़, किसी के चीखने की आवाज़, और कभी-कभी पियानो की मधुर धुन। एक दिन, सिमा ने रात को देखा कि घर के अंदर का एक कमरा खुद-ब-खुद खुलता और बंद होता था। डर के बावजूद, अरविंद और सिमा ने इसका सामना किया और उस कमरे में प्रवेश किया।
जैसे ही उन्होंने कमरे में कदम रखा, उन्हें अचानक कटा-कटा सा अहसास हुआ। कमरे के अंदर की दीवारें खून से सनी हुई थीं, और फर्श पर एक पुरानी किताब पड़ी हुई थी। जब अरविंद ने उस किताब को खोला, तो उसमें अजीब सी आकृतियों और शापित मंत्रों का जिक्र था। जैसे ही उन्होंने किताब पढ़ी, घर में एक भयंकर तूफान सा आ गया और सारी रोशनी चली गई। सिमा चीखने लगी, और अरविंद ने उसे कसकर पकड़ लिया। अचानक, कमरे की दीवारों से रक्त की धारें बहने लगीं और कमरे का तापमान बहुत गिर गया।
सिमा ने देखा कि एक विशाल, डरावनी छाया कमरे में आकर खड़ी हो गई। वह छाया किसी भूतिया रूप की थी, जिसमें लाल आँखें और काले बाल थे। वह छाया धीरे-धीरे उनके पास आई और उनकी ओर बढ़ी। सिमा डर से कांप रही थी, और अरविंद की हालत भी बिगड़ने लगी थी। फिर, अचानक, वह छाया एक डरावनी आवाज़ में बोली, "तुम दोनों ने इस घर में कदम रखा, अब तुम कभी बाहर नहीं जा सकोगे।" और इसके बाद, उस छाया ने अरविंद और सिमा को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
अगले दिन, जब पुलिस ने कालोनी में तलाशी ली, तो दोनों को कहीं नहीं पाया। पुलिस ने माना कि वे दोनों गायब हो गए हैं, लेकिन लोगों का कहना था कि वे दोनों अब उस भूतिया कालोनी के हिस्से बन चुके थे। कुछ महीने बाद, डेमोनटेक कालोनी को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और वहाँ कोई नहीं रहने आया।
आज भी लोग कहते हैं कि अगर आप डेमोनटेक कालोनी के पास से गुजरें, तो रात के समय उस घर के पास अजीब सी आवाजें सुनाई देती हैं और कभी-कभी एक डरावनी छाया घर के भीतर नजर आती है। यह कालोनी अब भी शापित मानी जाती है और लोग वहाँ जाने से डरते हैं।
यह कहानी एक चेतावनी है कि हमें किसी अनजाने और रहस्यमय स्थान पर कदम नहीं रखना चाहिए, क्योंकि वहाँ कुछ भूतिया शक्तियाँ हो सकती हैं जो हमारी दु
निया से परे हैं।
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